मुंबई : दिगंबर जैन मंदिर के तोड़े जाने से जैन समाज में आक्रोश देखने को मिल रहा है. मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने 11 अप्रैल को बिना किसी पूर्व सूचना के ये मंदिर तोड़ दिया था. इस कार्रवाई के बाद से जैन समाज के लोग सड़कों पर उतर आए हैं और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
प्रभावित जैन समुदाय का कहना है कि मंदिर में कोई भी निर्माण कार्य नहीं चल रहा था और बीएमसी ने बिना किसी कारण मंदिर को ढहा दिया. एक बड़ा विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है जिसमें महाराष्ट्र सरकार के मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा और विधायक प्राग अलवाड़ी भी शामिल होंगे. जैन समाज बीएमसी से मंदिर के पुनर्निर्माण और सार्वजनिक माफी की मांग कर रहा है.
जैन समाज की बीएमसी से मंदिर के पुनर्निर्माण और सार्वजनिक माफी की मांग
