मुंबई: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की देश भर में निंदा हो रही है। इस आतंकी हमले में धर्म को लेकर बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। इस आतंकी हमले में महाराष्ट्र के कुछ नेताओं ने मुसलमान के प्रति विरोध जताया है, जिस पर महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष अबू आजमी ने पलटवार किया है। पहलगाम हमले में पर्यटकों को मारने से पहले धर्म पूंछने के मामले ने बड़ा विवाद बना दिया है।
इस पर विरोध जताते हुए महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आसिम आज़मी ने कहा, “पार्टी जो भी तय कर रही है, उसके साथ सभी पार्टियां खड़ी और देश का हर मुसलमान और हर बच्चा उनके साथ है। हर धर्म का बच्चा-बच्चा देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने को तैयार है। सरकार फैसला लेगी कि क्या कार्रवाई करनी है और कोई भी इसका विरोध नहीं करेगा। आतंकवाद खत्म होना चाहिए और इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।”
इस हरकत से देश में आएगी अस्थिरता
समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आज़मी ने कहा, “पहलगाम आतंकी हमले की पूरे देश में धर्म और जाति से ऊपर उठकर लोग खुलकर निंदा कर रहे हैं, खासकर मुसलमान कह रहे हैं कि वे देश के साथ हैं। आतंकियों ने धर्म पूछा, फिर मारा। जब से यह सरकार आई है, सिर्फ़ हिंदू-मुस्लिम हो रहा है, आतंकियों को पता था कि इस हरकत से देश में अस्थिरता आएगी।”
अबू आजमी ने पहलगाम हमले पर कहा, “लोग कह रहे हैं कि मुसलमानों ने मदद की। घटना के बाद सभी मुसलमानों को क्यों निशाना बनाया जा रहा है? मंत्री नितेश राणे ने लोगों से कहा कि दुकानदार हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद ही सामान खरीदें। सभी लोग ध्रुवीकरण करने पर तुले हुए हैं। हमने इस मुद्दे पर सरकार को ज्ञापन देकर कार्रवाई करने को कहा है।”
पहलगाम आतंकी हमले में 4 आतंकवादियों ने देश के 26 लोगों को मार दिया। इनमें से ज्यादातर लोग पर्यटक थे, और 6 लोग महाराष्ट्र से थे। इस हमले पर जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ कई समझौते रद्द कर दिए है। साथ ही सरकार ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात कही है, जिसका विपक्ष ने भी समर्थन किया है। विपक्ष का कहना है कि आतंकवादियों के सबक सिखाने के लिए सरकार जो भी फैसला लेगी वे उनके साथ है।