मुंबई : देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के लाखों यात्रियों के लिए निराशाजनक खबर आई है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बीईएसटी (बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट) बस सेवाओं का किराया दोगुना करने को मंजूरी दे दी है। अब नॉन-एसी बसों का न्यूनतम किराया ₹5 से बढ़ाकर ₹10 और एसी बसों का ₹6 से ₹12 कर दिया जाएगा। मुंबई के नगर आयुक्त डॉ. भूषण गगरानी ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए मीडिया को बताया कि “किराया वृद्धि अपरिहार्य थी क्योंकि बीईएसटी की वित्तीय स्थिति बेहद गंभीर हो चुकी है”।
बेस्ट जो पिछले एक दशक में बीएमसी से ₹11,000 करोड़ से अधिक की सब्सिडी ले चुकी है, लगातार घाटे से जूझ रही थी। बीएमसी ने अपनी बजटीय सीमाओं का हवाला देते हुए और फंडिंग से इनकार करते हुए, किराया बढ़ाना ही एकमात्र विकल्प माना।
अब 31 लाख से अधिक दैनिक यात्रियों को अपनी जेब और ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। नए किराए ढांचे के तहत नॉन-एसी बसों में 5 किमी की दूरी के लिए ₹10 देने होंगे, जबकि पहले यह ₹5 था। इसी तरह 5-10 किमी के लिए ₹15, 10-15 किमी के लिए ₹20, 15-20 किमी के लिए ₹30 और 20-25 किमी के लिए ₹35 चुकाने होंगे। एसी बसों के किराए भी हर श्रेणी में लगभग दोगुने हो गए हैं।
मासिक और साप्ताहिक पास की दरों में भी भारी इजाफा किया गया है। 5 किमी नॉन-एसी मासिक पास अब ₹450 से बढ़कर ₹800 का होगा, जबकि एसी पास ₹600 से ₹1,100 तक पहुँच जाएगा। 20 किमी के नॉन-एसी मासिक पास की कीमत ₹2,600 होगी, और एसी पास के लिए यात्रियों को ₹3,500 खर्चने होंगे। इस फैसले के खिलाफ शहर में हलचल मच गई है। यात्री संघों और नागरिक समूहों ने किराए में इतनी तेज वृद्धि पर चिंता जताते हुए सरकार से अपील की है कि या तो इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाए या फिर पुनर्विचार किया जाए। उनका कहना है कि बढ़ी हुई दरें निम्न आय वर्ग पर भारी पड़ेंगी और इससे लोग अधिक संख्या में उपनगरीय ट्रेनों या निजी वाहनों की ओर मुड़ सकते हैं, जिससे ट्रैफिक और प्रदूषण की समस्याएं और विकराल होंगी। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि यह निर्णय मुंबई की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को आधुनिक बनाने और बीईएसटी को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आवश्यक है। हालांकी मुंबईकर इसे किस तरह से लेते है यह भी देखना आवश्यक होगा।